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    औरैया हत्‍याकांड में नया मोड़, द‍िलीप के भाई ने खोले प्रगत‍ि के राज

    उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां मैनपुरी के कारोबारी दिलीप यादव को अपनी पत्नी प्रगति की साजिश ने मौत के घाट उतार दिया। शादी के महज 15 दिन बाद ही प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर दिलीप की हत्या करवा दी। इस सनसनीखेज हत्याकांड की परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं और नए खुलासे चौंकाने वाले हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि प्रगति ने मुंह दिखाई में मिले एक लाख रुपये अपने प्रेमी अनुराग के जरिए सुपारी किलर तक पहुंचाए थे ताकि दिलीप को रास्ते से हटाकर उसकी संपत्ति हथियाई जा सके।

    प्यार से शुरू हुआ रिश्ता, साजिश पर खत्म

    मैनपुरी के भोगांव कोतवाली क्षेत्र के नगला दीपा गांव के रहने वाले दिलीप यादव अपने बड़े भाई संदीप, अक्षय और सचिन के साथ दिबियापुर में रहते थे। दिलीप के भाई संदीप की पत्नी की बहन प्रगति जो औरैया के फफूंद थाना क्षेत्र के सियापुर गांव की रहने वाली थी का उनके घर आना-जाना था। इसी दौरान दिलीप और प्रगति के बीच प्रेम संबंध शुरू हो गए। दिलीप ने प्रगति से शादी करने की ठानी और इसके लिए अपने परिवार से लड़ाई भी की। हालांकि संदीप की पत्नी इस शादी के खिलाफ थी लेकिन दिलीप के जिद के आगे सबको झुकना पड़ा। 5 मार्च 2025 को दिबियापुर के एक मैरिज हॉल में दोनों की शादी धूमधाम से हुई।

    मुंह दिखाई के पैसे बने हत्या का हथियार

    शादी के बाद 11 मार्च को प्रगति अपने पति दिलीप और ससुराल वालों के साथ नगला दीपा गई। वहां मुंह दिखाई की रस्म हुई जिसमें उसे करीब 70 हजार रुपये मिले। अगले दिन 12 मार्च को चौथी की विदाई के दौरान प्रगति अपने पति से 30 हजार रुपये और ले आई। पुलिस के मुताबिक मायके सियापुर पहुंचते ही प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग से एक होटल में मुलाकात की। यहीं दोनों ने दिलीप को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इस खौफनाक योजना के लिए दो लाख रुपये में सुपारी तय की गई  जिसमें से एक लाख रुपये मुंह दिखाई और दिलीप से लिए गए पैसों से जुटाए गए। यह रकम अनुराग के जरिए हिस्ट्रीशीटर रामजी नागर तक पहुंचाई गई।

    19 मार्च को गोली..  22 को मौत

    19 मार्च को सुपारी किलर रामजी नागर (Auraiya Murder Case) ने दिलीप को बहाने से बुलाया और उसके सिर में गोली मार दी। गंभीर हालत में दिलीप को अस्पताल ले जाया गया लेकिन 22 मार्च को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दिलीप का शव नगला दीपा लाया गया जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया।

    संपत्ति हथियाने का था प्लान

    पुलिस और परिवार (Auraiya Murder Case) के लोगों का कहना है कि प्रगति का असली मकसद दिलीप की संपत्ति पर कब्जा करना था। दिलीप का परिवार क्रेन और हाइड्रा का कारोबार करता था और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत थी। जांच में खुलासा हुआ कि प्रगति पिछले चार साल से अनुराग के साथ प्रेम संबंध में थी। जहां दिलीप सच्चे मन से प्रगति को चाहता था वहीं प्रगति ने शादी को महज एक नाटक बनाकर रखा। उसका इरादा था कि शादी के बाद दिलीप को खत्म कर उसकी संपत्ति हथिया ली जाए और फिर अनुराग के साथ ऐशो-आराम की जिंदगी बिताई जाए।

    परिवार में मातम.. भाभी की बात सच हुई

    दिलीप की हत्या के बाद सबसे ज्यादा दुख संदीप की पत्नी को है जो शुरू से ही इस शादी के खिलाफ थी। उसने परिवार को आगाह किया था कि प्रगति के इरादे ठीक नहीं हैं लेकिन किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया। अब परिवार के लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रगति ने दिलीप के साथ-साथ अनुराग को भी अपने जाल में फंसाया था।

    मामले पर पुलिस की कार्रवाई

    पुलिस ने इस मामले में प्रगति, उसके प्रेमी अनुराग और सुपारी किलर रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से इस साजिश का पर्दाफाश हुआ। तीनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अभी भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि साजिश के सभी पहलुओं का खुलासा हो सके। यह हत्याकांड न केवल औरैया बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। लोग हैरान हैं कि जिस प्रगति के लिए दिलीप ने अपने परिवार से लड़ाई की उसी ने उसे इतनी बेरहमी से खत्म कर दिया। यह घटना रिश्तों में विश्वास और प्रेम की परिभाषा पर सवाल खड़े करती है।

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